हॅराइज़न एकेडमी ऑफ एजुकेशन के छात्र-छात्राओं ने हर्षोल्लास के साथ मनाया छठ महापर्व
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बक्सर :- जिले के सिमरी प्रखंड अंतर्गत हॅराइज़न एकेडमी ऑफ एजुकेशन स्कूल में छठ महापर्व बड़े ही श्रद्धा और भक्ति के माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक तरीके से सूर्य देव और छठी मइया की पूजा-अर्चना कर समाज में आस्था और संस्कृति का संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल प्रांगण में बनाए गए कृत्रिम घाट पर हुई, जहां छात्र-छात्राओं ने छठ गीतों की सुंदर प्रस्तुति दी। बच्चों ने पारंपरिक वस्त्र पहनकर “पहिले पहिल छठी मइया” और “कांचे ही बांस के बहंगिया” जैसे लोकगीतों को प्रस्तुत किया, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
स्कूल की निर्देशिका नंदनी तिवारी ने कहा कि “छठ महापर्व केवल पूजा का पर्व नहीं है, बल्कि यह अनुशासन, स्वच्छता और आस्था का प्रतीक है। हमारे छात्रों ने इस पर्व के माध्यम से बिहार की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत किया है।”
विद्यालय के प्रबंध निदेशक भवेश कुमार तिवारी ने व्रती प्रतिभागियों का छठ घाट पर स्वागत करते हुए बताया कि इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों का उद्देश्य नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ना है।
स्कूल के प्राचार्य उत्तम कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में विद्यालय के शिक्षक सुधांशु चौबे एवं हरेराम ओझा ने घाट निर्माण एवं सजावट का कार्यभार संभाला वहीं रितेश कुमार एवं सुधांशु तिवारी ने संगीत संचालन में अपना योगदान दिया। समन्वयक रघुनाथ पाण्डेय ने अर्ध्य दिलाई जबकि तेज नारायण ओझा ने मंत्रोच्चार का कार्यक्रम संपन्न कराया। वरीय शिक्षिका मौसम कुमारी के नेतृत्व में सभी शिक्षिकाओं ने शिक्षकों के साथ अपना सराहनीय योगदान देकर कार्यक्रम को सफल बनाई. इस अवसर पर शिक्षकों और अभिभावकों ने भी बच्चों के उत्साहवर्धन में भाग लिया।
महावीर पूजा समिति ट्रस्ट, नियाज़ीपुर के द्वारा इस बार भी आयोजित होगा महावीर पूजनोत्सव और 3 दिवसीय विराट खेल महोत्सव
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बक्सर :- जिले के नियाज़ीपुर में महावीर पूजा समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में इस बार भी बड़े धूमधाम से महावीर पूजनोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही 3 दिवसीय विराट खेल महोत्सव भी आयोजित होगा, जिसमें क्षेत्र के युवा खिलाड़ी के साथ देश के कई अन्य राज्यों के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
समिति के वरिष्ट कार्यकर्ता मनोज पाठक ने बताया कि महावीर पूजनोत्सव हर वर्ष की भांति इस बार भी श्रद्धा और आस्था के साथ संपन्न होगा। शरद पूर्णिमा के दो दिन पूर्व से चलता है यह कार्यक्रम पिछले 47 वर्षों से होते हुए आ रहा है. इसमे बक्सर जिले समेत आसपास के क्षेत्रों की टीमें हिस्सा लेंगी। विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल और आकर्षक पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
खेल कार्यक्रम का विवरण
5 अक्टूबर 25 राज्य स्तरीय विराट घोड़ा दौड़ शील्ड प्रतियोगिता (नंकद, दो दाँत एवं पाठा घोड़ा सभी रेस अलग-अलग होगी ।
6 अक्टूबर 25 संपूर्ण खेल-कूद प्रतियोगिता (5000 मी. शिल्ड प्रतियोगिता, 3000 मी., 1600 मी., 800 मी., 400 मी., 100 मी. लम्बी कूद-उच्ची कूद गोला फेंकना, भाला फेंकना आदि)
7 अक्टूबर 25 विराट दंगल के साथ पुरस्कार वितरण एवं महावीर पूजनोत्सव ।
महावीर पूजा समिति ट्रस्ट समिति के पदाधिकारि मार्कण्डेय पाठक ने बताते हुए कहा कि इस दंगल में न सिर्फ बिहार, बल्कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों के पहलवान भी हिस्सा लेंगे। आयोजकों के अनुसार, इस अखाड़े पर होने वाला मुकाबला पारंपरिक दंगल की ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करेगा। इस दंगल का उद्देश्य युवाओं को भारतीय परंपरा और व्यायाम की संस्कृति से जोड़ना है। अखाड़े में विशेष तैयारियां की जा रही हैं और स्थानीय लोग भी इस आयोजन को लेकर
महावीर पूजा समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा कि, “हमारा उद्देश्य सिर्फ धार्मिक आस्था को जीवित रखना ही नहीं बल्कि खेलों के माध्यम से युवाओं में जोश और उत्साह का संचार करना भी है। धर्म और खेल दोनों ही समाज को जोड़ने का काम करते हैं।” पूरे गांव और आसपास के इलाकों में इस आयोजन को लेकर उत्साह का माहौल है। स्थानीय लोग और युवा वर्ग आयोजन की तैयारियों में सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व को उजागर करेगा बल्कि खेलों के माध्यम से सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश भी देगा।
तृतीय चरण सनातन जोड़ो यात्रा में बक्सर वासियों में दिखा विशेष ऊर्जा और जोश का संचार
यदि बक्सरवासी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो जाएँ तो बक्सर को अयोध्या और काशी से भी अधिक विकसित बना देंगे --राजकुमार चौबे बोले
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बक्सर/ डुमराँव विश्वामित्र सेना द्वारा “सनातन जोड़ो यात्रा” के तृतीय चरण का आयोजन रविवार, 14 सितम्बर को बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ किया गया। इस यात्रा में संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बक्सर के जनमानस ने भारी संख्या में सहभागिता करते हुए अपनी आस्था और समर्थन का प्रदर्शन किया।
विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक आदरणीय श्री राजकुमार चौबे जी स्वयं इस यात्रा में सम्मिलित हुए और पूरे मार्ग में उपस्थित रहकर कार्यकर्ताओं तथा जनता का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने नेनुआं में आयोजित जनसभा को संबोधित किया, जहाँ जनसैलाब उमड़ पड़ा। अपने ओजस्वी उद्बोधन में उन्होंने कहा कि विश्वामित्र सेना की यह लड़ाई समय की आवश्यकता है, और यदि बक्सरवासी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो जाएँ तो बक्सर को अयोध्या और काशी से भी अधिक विकसित होने से कोई नहीं रोक सकता।
यात्रा की शुरुआत सुबह 10:30 बजे प्रधान कार्यालय (कार्यालय संख्या-11, लख नारायणपुर, लख अदफा, मठिला) से हुई। वहीं 3:00 बजे नेनुआं में स्वागत समारोह सह जनसभा का आयोजन किया गया। संध्या 4:30 बजे यात्रा पुनः सभास्थल से सम्हार, बनकट, के०सी० कॉलेज, डुमरांव ब्लॉक, डुमरांव स्टेशन, पुराना भोजपुर होते हुए फोरलेन मार्ग से कार्यालय लौटकर सम्पन्न हुई। तृतीय चरण की यह यात्रा अपने आप में अद्वितीय रही। पूर्व के दोनों चरणों की सफलता के पश्चात इस बार भी यात्रा में विशेष ऊर्जा और जोश का संचार देखने को मिला। बक्सर की धरती ने एक बार फिर सनातन संस्कृति और परंपरा के प्रति अपनी गहन आस्था तथा संगठन की लड़ाई में अपना अटूट समर्थन प्रदर्शित किया।
समाहरणालय में धूमधाम से मना हिंदी दिवस, मौजूद रही सोशल एक्टिविस्ट वर्षा पांडेय
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बक्सर : समाहरणालय में आज हिंदी दिवस बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिले के कई अधिकारी, शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम की विशेष उपस्थिति सोशल एक्टिविस्ट सह भाजपा नेत्री वर्षा पांडेय वर्षा पांडेय की रही, जिन्होंने हिंदी भाषा के महत्व और उसके संरक्षण पर अपने विचार रखी। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। इसके बाद विभिन्न वक्ताओं ने हिंदी भाषा की समृद्ध परंपरा, साहित्यिक महत्व और इसे जन-जन की भाषा बनाए रखने की जिम्मेदारी पर चर्चा की।
सोशल एक्टिविस्ट वर्षा पांडेय ने अपने संबोधन में कहा, “हिंदी हमारी पहचान और हमारी संस्कृति की धरोहर है। इसे केवल बोलचाल की भाषा नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा मानकर आगे बढ़ाने की जरूरत है।” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे हिंदी को डिजिटल और आधुनिक माध्यमों में अधिक से अधिक प्रयोग करें ताकि इसका महत्व और भी बढ़ सके। आज की युवा पीढ़ी को अंग्रेज़ी के आकर्षण से ऊपर उठकर हिंदी को गर्व और आत्मविश्वास के साथ अपनाने की आवश्यकता है। हिंदी को अपनाना किसी भाषा का विरोध नहीं बल्कि अपनी जड़ों से जुड़े रहने का संकल्प है।
साहित्यकार की है जन्मभूमि
उन्होंने इस अवसर पर याद दिलाते हुए कहा कि बक्सर, जो सुप्रसिद्ध साहित्यकार आचार्य शिवपूजन सहाय की जन्मभूमि है, यहाँ उनके नाम पर एक भव्य हिंदी ग्रंथालय की स्थापना के लिए प्रयास किए जाए। इस ग्रंथालय में बिहार सहित देश के प्रख्यात साहित्यकारों और कवियों की रचनाओं का संग्रह होगा, ताकि नई पीढ़ी को ज्ञान, साहित्य और संस्कृति से जोड़कर हिंदी के महत्व का बोध कराया जा सके ।
हरितालिका तीज पर महिलाओं ने की भगवान शिव की पूजा, मांगी पति की लंबी उम्र
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बक्सर :- सावन-भाद्रपद माह के पावन अवसर पर हरितालिका तीज का पर्व बक्सर जिले में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विवाहित महिलाओं ने व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा-अर्चना की और अपने पति की लंबी उम्र व वैवाहिक सुख-समृद्धि की कामना की।
सुबह से ही महिलाएं पारंपरिक परिधान—साड़ी और श्रृंगार से सुसज्जित होकर शिवालयों और मंदिरों में पहुंचीं। महिलाओं ने व्रत कथा का श्रवण किया और पूरे दिन निर्जला रहकर पूजा की। शाम को भगवान शिव-पार्वती की आरती कर व्रत का समापन किया गया।
शहर के विभिन्न मंदिरों—जैसे कि रामरेखा घाट स्थित रामेश्वर नाथ मंदिर और नाथ बाबा मंदिरों में विशेष भीड़ देखी गई। पूजा के दौरान महिलाओं ने गीत गाए और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ तीज का पर्व मनाया।
नाथ बाबा मंदिर के पंडित सिद्धेश्वर नाथ पांडे ने बताया कि हरितालिका तीज का विशेष महत्व है। माता पार्वती ने कठोर तपस्या कर भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त किया था। तभी से इस व्रत को महिलाएं अपने अखंड सुहाग और पति की लंबी आयु के लिए करती हैं।
इस पावन अवसर पर श्रद्धालु महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। तीज व्रत ने पूरे क्षेत्र में भक्ति और आस्था का माहौल बना दिया।
बक्सर के इस गाव से विश्वामित्र सेना के राजकुमार चौबे ने किया धर्म जागरण का शंखनाद
*हर साल 51 गरीब परिवार की लड़कियों का विवाह कराएगी विश्वामित्र सेना : राज कुमार चौबे*
जो करेगा सनातन की बात विश्वामित्र सेना देगी उसका साथ तो किया पडेग विधानसभा चुनाव में पार्टियों पर असर
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बक्सर : बक्सर के चक्की में आज सनातन संस्कृति उत्थान कार्यक्रम सह सनातनी सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया है। इस दौरान विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने धर्म और संस्कृति के उत्थान के लिए संबोधित करते हुए कहा कि बक्सर केवल एक ज़िला नहीं, बल्कि भारत की सनातन चेतना का केंद्र है, जहां भगवान राम ने धर्म और युद्ध का पाठ पढ़ा और विश्वामित्र मुनि ने यज्ञ की रक्षा की। चौबे ने बक्सर की ऐतिहासिक महत्ता को रेखांकित करते हुए बताया कि यही वह भूमि है जहां ताड़का, मारीच और सुबाहु जैसे अधर्म के प्रतीकों का अंत हुआ, च्यवन ऋषि ने आयुर्वेदिक अमृत च्यवनप्राश की खोज की, अहिल्या उद्धार हुआ, वामन अवतार की पुण्यभूमि है और पंचकोशी परिक्रमा आत्मा की मुक्ति का मार्ग प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि इतनी महान विरासत होने के बावजूद बक्सर को आज तक उसका उचित सम्मान नहीं मिला।
इसके लिए उन्होंने स्थानीय नेताओं के साथ - साथ सांसद, विधायक और मंत्री को जिम्मेदार बताया और कहा कि उन्होंने बक्सर को कभी आध्यात्मिक राजधानी बनाने की दिशा में कदम नहीं उठाए। उन्होंने सड़कों की जर्जर हालत, अस्पतालों की बदतर स्थिति और सांस्कृतिक धरोहरों की उपेक्षा को गंभीर चिंता का विषय बताया। साथ ही, उन्होंने 10 ठोस मांगें रखीं — जिनमें विश्वामित्र मुनि की आदमकद प्रतिमा, च्यवन ऋषि स्मारक, राम-ताड़का युद्ध क्षेत्र को “धर्म युद्ध सर्किट” घोषित करना, पंचकोशी परिक्रमा को राष्ट्रीय तीर्थ पथ का दर्जा देना और “विश्वामित्र कॉरिडोर” का निर्माण शामिल है।
चौबे ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने पीएमओ को पत्र भेजा था और वहां से फोन पर आश्वासन मिला है कि उनकी बातें संज्ञान में ली गई हैं और कार्य शुरू हो रहा है। इसे उन्होंने पूरे बक्सर के लिए ऐतिहासिक क्षण करार दिया। कार्यक्रम में चौबे ने बिहार के अन्य धार्मिक स्थलों के विकास की भी मांग की। उन्होंने सीतामढ़ी, गया, अजगैबीनाथ (सुल्तानगंज), मां मुंडेश्वरी (कैमूर), देव (औरंगाबाद) और वाल्मीकिनगर जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों के लिए विशेष योजनाएं बनाने और श्रद्धालुओं की सुविधाएं बढ़ाने का आग्रह किया।
उन्होंने बक्सर के युवाओं के पलायन, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और सांस्कृतिक उपेक्षा पर गहरी चिंता जताई। साथ ही कहा कि जब तक बक्सर को आध्यात्मिक राजधानी का दर्जा नहीं मिल जाता, विश्वामित्र आश्रम को अंतरराष्ट्रीय धरोहर का मान नहीं मिलता और पंचकोशी तीर्थ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान नहीं दी जाती, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने पूरे बिहार से आह्वान किया कि “बक्सर को उसकी गरिमा चाहिए” और “सनातन की लड़ाई लड़ी जाएगी।” उन्होंने कहा की चक्की गाँव से ही एक नई शुरुआत की जाएगी हर साल 51 ग़रीब परिवारों की लड़कियों का विवाह किया जाएगा।
इस अवसर पर कई लोगों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में कृष्ण शर्मा शाहाबाद संयोजक, राजेश यादव, अनूप सिंह, लाल यादव, परमेश्वर सिंह, दिनेश सिंह, राहुल पांडे, गोवर्धन चौबे, मुनमुन चौबे, अभय चौबे को सनातनी सम्मान से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का मंच संचालन जिला संयोजक मोहित दुबे ने किया। मौके पर अशोक उपाध्याय, तुलसी निषाद, कन्हैया जी, रमेश पासवान आदि लोग उपस्थित थे।
गुरु पूर्णिमा पर कलेक्ट्रेट हनुमान मंदिर में पवन की टीम ने भेंट किया इनवर्टर बैटरी
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बक्सर :- गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर बक्सर कलेक्ट्रेट स्थित श्री हनुमान मंदिर में श्रद्धा और सेवा का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब समाजसेवी पवन कुमार चौरसिया की टीम ने मंदिर को एक इनवर्टर बैटरी दान में भेंट किया।
इस अवसर पर मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। सेवा भावना के तहत पवन कुमार और उनकी टीम ने मंदिर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह सराहनीय योगदान दिया।
पवन कुमार चौरसिया ने इस अवसर पर कहा, “गुरु पूर्णिमा केवल गुरु के सम्मान का नहीं, बल्कि समाज और संस्कृति की सेवा का भी पर्व है। हम चाहते हैं कि मंदिर में श्रद्धालुओं को किसी भी समय रोशनी की कमी न हो, इसलिए इनवर्टर बैटरी भेंट की गई है।”
मंदिर के पुजारी त्यागी बाबा और स्थानीय श्रद्धालुओं ने पवन कुमार और उनकी टीम के इस कार्य की सराहना की और आभार व्यक्त किया। मंदिर पुजारी त्यागी बाबा ने बताया कि यह उपकरण अब मंदिर में रात्रिकालीन आरती और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन में मददगार साबित होगा।
बता दे कि इनके टीम के अंकित साह, मनीष उपाध्याय, आदित्य केशरी, शिवम केशरी, और राज सिंह इस पुनीत अवसर पर सहभागी बने, गुरु पूर्णिमा के इस पावन दिन पर किए गए इस सहयोगात्मक कार्य ने समाज में सेवा, श्रद्धा और सहयोग की भावना को और अधिक प्रबल किया है।
पूर्व I.R.S. अधिकारी एवं समाजसेवी बिनोद चौबे ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, मंदिरों के पुजारियों को मासिक भत्ता देने की रखी मांग
* डा. बी एन चौबे फाउंडेशन की तरफ से दो ज्ञापन दिये गए।
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बक्सर :- बिहार के पूर्व आई.आर.एस. अधिकारी एवं सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे बिनोद चौबे ने आज बिहार के महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और राज्य के विभिन्न मंदिरों में सेवा दे रहे पुजारियों को मासिक भत्ता दिलाने हेतु एक ज्ञापन सौंपा।
राज्यपाल से मुलाकात के दौरान बिनोद चौबे ने कहा
"बिहार के हिन्दू मंदिर/मठ, जैन मंदिर, गुरुद्वारा और बौद्ध मंदिर/मठ के पंडित, पुजारी और पुरोहित, सिख ग्रंथी की दयनीय स्थिति को देखते हुए उन्हें सरकार की तरफ़ से प्रतिमाह 25,000 से 30,000 रुपय तक न्यूनतम भत्ता तथा इनके बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा, और आवास मुहैया कराया जाए। इन पण्डित, पुजारियों और पुरोहितों के वज़ह से सांस्कृतिक, अध्यात्मिक और धार्मिक विकास तथा समाज को एक जुट रखने और आगे की पीढ़ियों को इन सब के बारे में संदेश देने में इन लोगों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने ज्ञापन के जरिए यह भी कहा है कि हजारों मंदिरों में ऐसे पुजारी कार्यरत हैं, जो बेहद दयनीय आर्थिक स्थिति में जी रहे हैं। वे बिना किसी नियमित आय के केवल धार्मिक आस्थाओं के आधार पर सेवा कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह इन पुजारियों को एक निश्चित मासिक भत्ता प्रदान कर उनके जीवन यापन को सम्मानजनक बनाए
सामाजिक न्याय की दिशा में एक कदम
बिनोद चौबे ने ज्ञापन में बक्सर के अध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को समझते हुए, इसे पूरे बिहार का अध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी तथा केंद्र बनाया जाए। इसे काशी, अयोध्या, प्रयागराज तथा उज्जैन के तौर पर एक धार्मिक स्थान की तरह विकसित किया जाये। यहां पूरे भारत तथा विदेशों से लोग आएंगे। यह एक पर्यटन स्थल की तरह भी विकसित होगा। इससे न केवल स्थानीय बल्कि पूरे बिहार को आर्थिक लाभ मिलेगा। रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे। सरकार के राजस्व में भी विभिन्न रूप से वृद्धि होगी।
मंदिरों के रख-रखाव और धार्मिक धरोहरों की रक्षा
उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुजारी आर्थिक रूप से सशक्त होंगे, तो मंदिरों की व्यवस्था, धार्मिक परंपराएं और सांस्कृतिक धरोहरें भी सुरक्षित रहेंगी। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह एक नियमित प्रणाली बनाकर सभी पंजीकृत मंदिरों के पुजारियों को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कर उन्हें मासिक सहयोग राशि दे।
राज्यपाल ने दिया आश्वासन
बिनोद चौबे द्वारा दिए गए ज्ञापन को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गंभीरता से लिया और कहा कि यह मुद्दा अत्यंत संवेदनशील एवं विचारणीय है। और अश्वासन दिया कि वे इन मुद्दों को लेकर बिहार सरकार से विचार विमर्ष करेंगे और आगे की कारवाई करेंगे.
स्थानीय लोगों में सराहना
इस पहल की खबर फैलते ही स्थानीय धार्मिक संगठनों और आम जनता ने बिनोद चौबे की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह मांग उन लोगों के लिए आवाज है, जो वर्षों से धर्म की सेवा कर रहे हैं, लेकिन खुद आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। हालांकि ज्ञापन देने के समय बिनोद चौबे के साथ हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व पंडित भक्ति शरण शास्त्री, जैन धर्म से शशांक जैन, सिख धर्म से कृपाल सिंह तथा साथ में कमला कान्त तिवारी, शंभूनाथ चौबे मौजूद रहे. इनके अलावा डॉ सरोज चौबे, सुजीत दूबे, गिरीश चंद्र दूबे, शैलेंद्र ओझा, संजय कुमार, और शैलेंद्र तिवारी थे.
पूर्व आई.आर.एस. अधिकारी एवं समाजसेवी बिनोद चौबे की यह पहल एक सकारात्मक सामाजिक बदलाव की ओर संकेत करती है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस मांग को कितनी प्राथमिकता देती है और कब तक पुजारियों को यह सम्मानजनक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
पंचकोसी परिक्रमा के धार्मिक धरोहरों और पुनरुद्धार की वर्षा पांडेय ने की सरकार से मांग
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बक्सर : बक्सर की प्रसिद्ध पंचकोसी परिक्रमा, जो धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जानी जाती है, जिसके पुनरुद्धार और संरक्षण की मांग उठाई गई है। सामाजिक कार्यकर्ता वर्षा पांडेय ने सरकार और जिला प्रशासन से इन ऐतिहासिक स्थलों के पुनर्निर्माण और संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है। बताते चलें कि पंचकोसी परिक्रमा का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व अत्यधिक है। यह परिक्रमा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि बक्सर की सांस्कृतिक पहचान को भी दर्शाती है।
वर्षा पांडेय ने कहा, "पंचकोसी परिक्रमा का महत्व सिर्फ बक्सर के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है। यह हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संरक्षित करने का समय है। सरकार को चाहिए कि वह इन धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार करे और उन्हें पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित करे। इससे न केवल धार्मिक आस्था मजबूत होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
मांगें:
1. सभी स्थलों पर प्राथमिक सुविधाओं जैसे पेयजल, शौचालय, विश्राम और बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
2. इन स्थलों का उचित संरक्षण , विकास और प्रचार-प्रसार हो ताकि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिले।
3. केंद्र और राज्य सरकार से इन ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विशेष निधि आवंटन की अपील की गई है।
यह परिक्रमा उन स्थलों से होकर गुजरती है, जहां भगवान श्रीराम ने देवर्षियों से आशीर्वाद लिया था। इन धार्मिक स्थलों, जैसे कि ऋषियों के आश्रम, मंदिर, और अन्य ऐतिहासिक धरोहरों की स्थिति आज चिंताजनक है। संरक्षण के अभाव में यह धरोहर समाप्ति के कगार पर हैं
स्थानीय लोगों ने भी वर्षा पांडेय की इस मांग का समर्थन किया है। उनका मानना है कि पंचकोसी परिक्रमा बक्सर के गौरव का प्रतीक है और इसका संरक्षण अति आवश्यक है।
डुमराँव SDO ने किया विभिन्न पंडालों का निरीक्षण
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बक्सर : डुमराँव अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) राकेश कुमार ने नवरात्रि पर्व पर मां दुर्गा के बने पंडालो का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य सुरक्षा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करना था, ताकि त्योहारों के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
वही पंडालों में सुरक्षा व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की और आयोजकों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने आयोजकों से कहा कि वे पंडालों में अग्नि सुरक्षा उपकरण, आपातकालीन निकास द्वार, और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था को सुनिश्चित करें, ताकि भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। साथ ही, उन्होंने आयोजकों को सख्त हिदायत दी कि पंडालों में अत्यधिक भीड़ न हो और सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन किया जाए।
एसडीओ ने बिजली के तारों और जेनरेटर सेट की सुरक्षा स्थिति की भी जांच की, ताकि किसी भी प्रकार की आगजनी या अन्य दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि सभी पंडाल आयोजकों को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करना चाहिए और किसी भी प्रकार की समस्या या घटना की तुरंत जानकारी प्रशासन को देनी चाहिए।
निरीक्षण के दौरान एसडीओ राकेश कुमार ने पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि वे पंडालों के आस-पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखें और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में नियमित गश्त करें। साथ ही, यातायात को सुचारू रखने के लिए भी विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए गए।
उन्होने कहा, "हमारी प्राथमिकता है कि लोग सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से त्योहारों का आनंद ले सकें। किसी भी प्रकार की असुविधा या सुरक्षा में चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।" स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की और कहा कि इससे उन्हें सुरक्षित माहौल में त्योहार मनाने का मौका मिलेगा। पंडाल आयोजकों ने भी प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की बात कही और आश्वासन दिया कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाएगा।
बताते चले की पडरी, कोरान सराय, नियाज़ीपुर, सिमरी,नावानगर,डुमराँव, चौगाई, केसठ, बलिहार, नगवा, भोजपुर जैसे क्षेत्र में पंडाल भव्य रूप से बनाए जाते हैं जहां काफी भीड़ लगती है वही इसको ध्यान मे रखते हुए इन पंडालो का निरीक्षण किया क्या
राम के जन्म भूमि मे गोध्वज स्थापना के बाद अब शिक्षस्थली पहुंचेंगे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी
. गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के तहत बक्सर पहुंचेंगे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी, करेंगे ध्वज स्थापना
. गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के तहत बक्सर पहुंचेंगे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी
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बक्सर :- 23 मार्च 2024: गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के तहत शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी का बक्सर आगमन होने वाला है। यह यात्रा पूरे देश में धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से की जा रही है। स्वामी जी के आगमन से बक्सर के श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।
शंकराचार्य जी का यह दौरा गोध्वज स्थापना के उद्देश्य से किया जा रहा है, बताते चले की 23 अगस्त को भगवान राम की जन्मस्थली में ध्वज का स्थापना करने के बाद 24 अगस्त को राम की शिक्षस्थली में पहुंचेंगे जहां रात्रि विश्राम करेंगे उसके अगले सुबह भारतीय संस्कृति के महत्व को लेकर के मीडिया से भी वार्तालाप करेगे तत्पश्चात पटना पहुंचेंगे और वहां गोध्वज का प्रतिष्ठान करेंगे। यह ध्वज स्थापना भारत के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने का प्रतीक माना जा रहा है।
शंकराचार्य के आगमन पर अनुराग पांडेय ने कहा कि स्वामी जी का यात्रा बक्सर के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और इससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलेगी। और धार्मिक आस्थाओं को मजबूत करेगी। हालाकि
पुरन्दर ब्रह्म बाबा के यहाँ हुआ अखंड हरिकीर्तन, भक्तिमय हुआ पूरा इलाका
बक्सर, 4 अगस्त 2024: बक्सर जिले के सिमरी प्रखंड क्षेत्र के नियाज़ीपुर गांव मे स्थित पुरन्दर ब्रह्म बाबा के स्थान पर आयोजित अखंड हरिकीर्तन ने पूरे इलाके को भक्तिमय बना दिया। इस धार्मिक आयोजन में सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया और भगवान के भजनों में लीन होकर अपनी श्रद्धा प्रकट की।
अखंड हरिकीर्तन का आयोजन दो दिनों तक निरंतर चलता रहा, जिसमें स्थानीय और दूर-दराज से आए भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हरिकीर्तन के दौरान, पूजा-अर्चना का सिलसिला चलता रहा, जिससे माहौल भक्तिमय और आध्यात्मिक हो गया।
इस अवसर पर, पुरन्दर ब्रह्म बाबा के मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था। मंदिर के चारों ओर रोशनी और फूलों की सजावट ने इस पवित्र स्थल को और भी आकर्षक बना दिया। भक्तों ने हरिकीर्तन में भाग लेकर भगवान के प्रति अपनी भक्ति और आस्था को प्रकट किया।
हरिकीर्तन के समापन के अवसर पर, पंडित मार्कण्डेय पाठक जी ने कहा, "इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता और सद्भावना का संदेश जाता है। हम सभी को भगवान की भक्ति में लीन रहकर एक-दूसरे के साथ मिलकर समाज को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए।
भक्तों ने भी इस अवसर पर अपनी खुशी और संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजन उनके जीवन में शांति और सुख का संचार करते हैं और उन्हें अध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
इस अखंड हरिकीर्तन ने पुरन्दर ब्रह्म बाबा के स्थान को एक बार फिर से धार्मिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया है, जहां भक्तगण अपनी भक्ति और श्रद्धा को प्रकट करने के लिए आते हैं। वही इस मौके पर कृपाशंकर पाठक, बिनय शंकर पाठक, अनिस कुमार पाठक, मनीष कुमार पांडेय,यश चौबे, प्रथम पांडे समेत पूरे ग्रामवासी मौजूद थे
पंचकोशी स्थलों का विकास करने के संकल्प के साथ शुरू हुआ महाआरती
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M V ONLINE BIHAR NEWS/बक्सर :- के विरासत को बचाने के संकल्प के साथ जाने माने चिकित्सा एवं समाजसेवी डॉक्टर राजेश मिश्रा के द्वारा नदाव गाव में स्थित नारद मुनि सरोवर पर पवित्र श्रावण मास के अवसर पर महाआरती का आयोजन किया गया। जहां उन्होंने पंचकोशी स्थलों के विकास एवं जन जागृति को लेकर बक्सर भविष्य निर्माण मिशन के माध्यम से विभिन्न पंचकोशी स्थलों पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन करने की बात कहीं।
डॉक्टर राजेश मिश्रा ने यह भी कहा की सभी पंचकोशी स्थलों पर भव्य आरती एवं संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा ताकि जन जागृति को आगे बढ़ाया जा सके! बता दें कि बक्सर भविष्य निर्माण मिशन के संरक्षक डॉक्टर राजेश मिश्रा ने यह भी बाते कहा कि पंचकोशी स्थलों के विकास के लिए वे कृत संकल्प है जिसके लिए बक्सर भविष्य निर्माण मिशन के माध्यम से बिहार के मुख्यमंत्री एवं देश के पर्यटन मंत्री को ज्ञापन देकर जन भावनाओं को देखते हुए पंचकोशीय स्थलों की विकास की मांग की जाएगी। पंचकोशी महा आरती में पंडितपुर, जासो, महदह सहित कहीं गांव के लोगों ने सैकड़ो की संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी पृथ्वी सिंह, संतोष उपाध्याय, दिनेश मिश्रा, मंटू कुमार मनोज सिंह, जयशंकर यादव, रंजीत कुमार, अश्वनी सिंह, पंकज पटेल, हिमांशु कुमार, राजेश यादव, अंकित सिंह, चिंता हरण चौबे, राज दुबे, टुन्नालाल, उमेश मिश्रा, सरपंच मनोज दुबे, संतोष यादव बीडीसी, पृथ्वी सिंह, मुन्ना सिंह, दिलीप सिंह, संजय सिंह, श्रीमान सिंह, मुन्ना पांडे, गणेश पांडे, मनु चौहान, बैजनाथ केसरी, रामदेव कुशवाहा, विजेंद्र सिंह, बिजेंद्र दुबे सहित आम जनों की सहभागिता रही।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर प्रेम और ज्ञान के सागर हैं - वर्षा पाण्डेय
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M V ONLINE BIHAR NEWS/बक्सर/आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर जी का जन्मोत्सव के अवसर पर आर्ट ऑफ़ लिविंग बक्सर के तत्वावधान में वर्षा पाण्डेय के संगीतमयी भजन संध्या सह सत्संग का आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर 'ज्ञान-ध्यान-गान कि अविरल धारा प्रवाहित की गई।
आर्ट ऑफ़ लिविंग की लाइफ कोच सह सोशल एक्टिविस्ट वर्षा पाण्डेय ने कहा कि पूरे विश्व में शांति एवं मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए सदैव प्रयत्नरत लोगों को तनाव मुक्त जीवन जीने की कला सिखाने वाले आध्यात्मिक गुरु पूज्य श्री श्री रविशंकर जी का जन्मोत्सव मनाना हम सभी के लिए सौभाग्य कि बात है,
बक्सर के हज़ारों जीवन को आर्ट ऑफ़ लिविंग ने आध्यात्मिक ज्ञान योग और ध्यान के बदौलत बदला है। सेंट्रल जेल के हज़ारों कैदीयों को आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा संचालित कार्यक्रम प्रिजन स्मार्ट प्रोग्राम के तहत मानसिक और बौद्धिक तौर पर मजबूत बना मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मार्गदर्शन दिया गया। हमारे गुरुदेव ने ना सिर्फ़ भारत बल्कि देश विदेश में शांति स्थापना और भाईचारा का संदेश दिया। अपने देश में राममन्दिर के लिए सफल मध्यस्था कर सैकड़ों वर्षो के विवाद को ख़त्म कराया और मंदिर बनने के रास्ते को मजबूत बनाया।
आज गुरुदेव के जन्मोत्सव पर संगीतमयी भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें वर्षा पांडेय के द्वारा गुरुपूजा, ज्ञान चर्चा सह सत्संग किया गया साथ ही संगीतमय भजन प्रस्तुत के द्वारा सुकीर्ति मिश्रा , विश्वास वर्मा और सुजाता ने अपने सुमधुर भजनों से कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
नाबालिक ब्रह्म बाबा का 10वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया
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M V ONLINE BIHAR NEWS/भोजपुर :- साहपुर के परसौड़ा गाव में नाबालिक ब्रह्म बाबा का 10 वा वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यह उत्सव ब्रह्म बाबा संस्थान के स्थापना दिवस को मनाने के लिए हर साल आयोजित किया जाता है। नाबालिक ब्रह्म बाबा के टुनटुन शुक्ला, दुधनाथ शुक्ला के द्वारा बिधिवत मंत्रोच्चार से पूजा कर बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस शुभअवसर पर 24 घण्टा अखण्ड हरीकृतन का आयोजन किया गया
आपको बतादे की हरीकृतन सुरु होने के साथ दर्जनों घोड़ा का घोड़ दौड़ भी हुवा ,सैकड़ो लोग इस आयोजन में शामहिला हुए पुरूष घोड़ा वाले को टुनटुन शुक्ला के द्वारा अंग वस्त्र देकर समानित किया गया, वही टुनटुन शुक्ला ने बताया कि कल लगभग पांच हजार लोगों को प्रसाद ग्रहण करने के लिए भंडारा का भी आयोजन किया गया है, इस वर्ष का वार्षिकोत्सव विशेष रूप से आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के सदस्यों और समर्थकों ने भाग लिया। धार्मिक गानों, और भजनों के माध्यम से समारोह का आयोजन किया गया।
भव्य शोभायात्रा के साथ शुरू हुआ महारुद्र यज्ञ सह श्रीनाथ बाबा प्रतिमा प्रतिष्ठोत्सव समारोह
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M V ONLINE BIHAR NEWS/बक्सर:- महर्षि विश्वामित्र की नगरी एवं राम की शिक्षस्थली के नाम से प्रसिद्ध बक्सर जिसे मिनी काशी के नाम से भी जाना जाता है। जहा आए दिनों धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठान होते रहते हैं। उसी क्रम में आज बक्सर के प्रसिद्ध आदिनाथ अखाड़ा जो नाथ बाबा मंदिर के नामें से प्रसिद्ध है, वहा रुद्रमहायज्ञ सह आदिनाथ अखाड़ा के संस्थापक श्रीनाथ बाबा के प्रतिमा प्रतिष्ठोत्सव समारोह का आयोजन किया गया.
जिसमे नाथ बाबा के प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। हालांकि उत्सव सह रुद्रमहायज्ञ समारोह की शोभायात्रा गाजा बाजा ऊंट घोड़ा के साथ चांदी और सोना जैसे चमकते धातु के बने रथ पर महान संतों की उपस्थिति में निकाली गई। जिसमे शहर से लेकर के ग्रामीण इलाके के हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया,
यह कार्यक्रम 16 मई तक चलेगा जिसमे देश के विभिन्न अखाड़ों के नाथ सम्प्रदाय के महंत इस रुद्रमहायज्ञ मे शामिल हो रहे हैं। मिल रही जानकारी के अनुसार बता दे की इस सम्प्रदाय का मुख्य केंद्र गोरक्षनाथ पीठ गोरखपुर हैं। जहाँ के मठाधीश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। वही इस शोभायात्रा से पूरा इलाका मंत्रों से गूंज उठा.


































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