महावीर पूजा समिति ट्रस्ट, नियाज़ीपुर के द्वारा इस बार भी आयोजित होगा महावीर पूजनोत्सव और 3 दिवसीय विराट खेल महोत्सव
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M V ONLINE BIHAR NEWS
बक्सर :- जिले के नियाज़ीपुर में महावीर पूजा समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में इस बार भी बड़े धूमधाम से महावीर पूजनोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही 3 दिवसीय विराट खेल महोत्सव भी आयोजित होगा, जिसमें क्षेत्र के युवा खिलाड़ी के साथ देश के कई अन्य राज्यों के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
समिति के वरिष्ट कार्यकर्ता मनोज पाठक ने बताया कि महावीर पूजनोत्सव हर वर्ष की भांति इस बार भी श्रद्धा और आस्था के साथ संपन्न होगा। शरद पूर्णिमा के दो दिन पूर्व से चलता है यह कार्यक्रम पिछले 47 वर्षों से होते हुए आ रहा है. इसमे बक्सर जिले समेत आसपास के क्षेत्रों की टीमें हिस्सा लेंगी। विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल और आकर्षक पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
खेल कार्यक्रम का विवरण
5 अक्टूबर 25 राज्य स्तरीय विराट घोड़ा दौड़ शील्ड प्रतियोगिता (नंकद, दो दाँत एवं पाठा घोड़ा सभी रेस अलग-अलग होगी ।
6 अक्टूबर 25 संपूर्ण खेल-कूद प्रतियोगिता (5000 मी. शिल्ड प्रतियोगिता, 3000 मी., 1600 मी., 800 मी., 400 मी., 100 मी. लम्बी कूद-उच्ची कूद गोला फेंकना, भाला फेंकना आदि)
7 अक्टूबर 25 विराट दंगल के साथ पुरस्कार वितरण एवं महावीर पूजनोत्सव ।
महावीर पूजा समिति ट्रस्ट समिति के पदाधिकारि मार्कण्डेय पाठक ने बताते हुए कहा कि इस दंगल में न सिर्फ बिहार, बल्कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों के पहलवान भी हिस्सा लेंगे। आयोजकों के अनुसार, इस अखाड़े पर होने वाला मुकाबला पारंपरिक दंगल की ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करेगा। इस दंगल का उद्देश्य युवाओं को भारतीय परंपरा और व्यायाम की संस्कृति से जोड़ना है। अखाड़े में विशेष तैयारियां की जा रही हैं और स्थानीय लोग भी इस आयोजन को लेकर
महावीर पूजा समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा कि, “हमारा उद्देश्य सिर्फ धार्मिक आस्था को जीवित रखना ही नहीं बल्कि खेलों के माध्यम से युवाओं में जोश और उत्साह का संचार करना भी है। धर्म और खेल दोनों ही समाज को जोड़ने का काम करते हैं।” पूरे गांव और आसपास के इलाकों में इस आयोजन को लेकर उत्साह का माहौल है। स्थानीय लोग और युवा वर्ग आयोजन की तैयारियों में सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व को उजागर करेगा बल्कि खेलों के माध्यम से सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश भी देगा।