anish 120 वर्ष की उम्र तक सफर कर महिला ने ली अंतिम सांस क्षेत्र में बना चर्चा का विषय - . "body"

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120 वर्ष की उम्र तक सफर कर महिला ने ली अंतिम सांस क्षेत्र में बना चर्चा का विषय


BY ADMIN

M V ONLINE BIHAR NEWS/बक्सर आज के समय में लोगों को ज्यादा उम्र तक जीना यह ताज्जुब की बात बन चुकी है। लेकिन इसी बक्सर जिले में ऐसे ऐसे भी पुराने लोग हैं। जो 120 साल 110 साल 105 साल 108 साल जी रहे हैं‌ । लेकिन वह लोग जो है वह पुराने जनरेशन के है। ना कि नए और आधुनिक युग के, बताते चलें कि सिमरी प्रखंड के नियाज़ीपुर गांव की सुमित्रा देवी पति विष्णु चंद्र शाह जो अपनी अंतिम सफर तय कर 120 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह चली गई। इनके जाने के बाद उनके परिवार वालों ने दुख व्यक्त नहीं किया बल्कि गाजे बाजे डीजे बजाकर इनको अंतिम विदाई किया। वहीं इनके नाती लक्ष्मण साह ने बताया कि उनके जाने के बाद हमें दुख नहीं है बल्कि हमें इस बात की खुशी है, की 120 वर्ष का जीवन सफर मेरी दादी के द्वारा तय की गई। मेरे पिताजी शिव जी साह जो इनके पुत्र थे उनकी मौत 8 साल पहले हो चुकी है। वही इनके नाती हरेंद्र साह ने बताया कि पूरे गांव में इनकी उम्र की कोई भी नहीं था उन्होंने अपनी सफर इतना तय कि है ।


इस बात को कभी कभी हम सोच कर ताज्जुब हो जाते हैं। खास बात यह है कि मरने से 10 दिन पहले तक यह अपना नित्य क्रिया कर्म स्वय कर लेती थी। बड़ी बात तो यह है कि यह महिला अपने 5 पूस्तो की शादी तथा उनके बच्चे को देख चुकी थी। जिसके बाद पूरे इलाके में इसी बात की चर्चा हो रही है।

120 वर्ष की उम्र तक सफर कर महिला ने ली अंतिम सांस क्षेत्र में बना चर्चा का विषय

120 वर्ष की उम्र तक सफर कर महिला ने ली अंतिम सांस क्षेत्र में बना चर्चा का विषय


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M V ONLINE BIHAR NEWS/बक्सर आज के समय में लोगों को ज्यादा उम्र तक जीना यह ताज्जुब की बात बन चुकी है। लेकिन इसी बक्सर जिले में ऐसे ऐसे भी पुराने लोग हैं। जो 120 साल 110 साल 105 साल 108 साल जी रहे हैं‌ । लेकिन वह लोग जो है वह पुराने जनरेशन के है। ना कि नए और आधुनिक युग के, बताते चलें कि सिमरी प्रखंड के नियाज़ीपुर गांव की सुमित्रा देवी पति विष्णु चंद्र शाह जो अपनी अंतिम सफर तय कर 120 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह चली गई। इनके जाने के बाद उनके परिवार वालों ने दुख व्यक्त नहीं किया बल्कि गाजे बाजे डीजे बजाकर इनको अंतिम विदाई किया। वहीं इनके नाती लक्ष्मण साह ने बताया कि उनके जाने के बाद हमें दुख नहीं है बल्कि हमें इस बात की खुशी है, की 120 वर्ष का जीवन सफर मेरी दादी के द्वारा तय की गई। मेरे पिताजी शिव जी साह जो इनके पुत्र थे उनकी मौत 8 साल पहले हो चुकी है। वही इनके नाती हरेंद्र साह ने बताया कि पूरे गांव में इनकी उम्र की कोई भी नहीं था उन्होंने अपनी सफर इतना तय कि है ।


इस बात को कभी कभी हम सोच कर ताज्जुब हो जाते हैं। खास बात यह है कि मरने से 10 दिन पहले तक यह अपना नित्य क्रिया कर्म स्वय कर लेती थी। बड़ी बात तो यह है कि यह महिला अपने 5 पूस्तो की शादी तथा उनके बच्चे को देख चुकी थी। जिसके बाद पूरे इलाके में इसी बात की चर्चा हो रही है।