anish बक्सर से मिथिलेश तिवारी स्वभाग्य से जीत जाए तो अच्छी बात-अश्विनी चौबे - . "body"

    hedar kana

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बक्सर से मिथिलेश तिवारी स्वभाग्य से जीत जाए तो अच्छी बात-अश्विनी चौबे

जब 400 पार करना है तो बक्सर भी पार करना चाहिए

BY ADMIN 

M V BIHAR NEWS/बक्सर/लोक सभा से लगातार दो बार सांसद रहे केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे जो इस बार हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतरने वाले थे. लेकिन इसके पहले ही उनका टिकट कट गया। वहीं उनके जगह पर भाजपा के द्वारा मिथिलेश तिवारी को अपना प्रत्याशी बना कर भेजा गया है। लेकिन जब से अश्वनी कुमार चौबे का बक्सर से टिकट कटा है उसके बाद से उनका अलग-अलग वीडियो सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है. बताते चलेंगे की फिलहाल उनके द्वारा एक चैनल को इंटरव्यू दी जा रही थी उसी बीच मीडिया कर्मी के द्वारा इनसे पूछा गया कि क्या बक्सर में जाकर के वोट मांगेंगे मिथिलेश तिवारी के लिए तो उन्होंने कहा कि देखो मैं अस्पष्ट रूप से बात करता हूं. मैं अस्पष्टवादी आदमी हूं. मेरा आशिर्बाद सबके साथ है और जब 400 पार करना है तो बक्सर भी पार करना चाहिए। लेकिन अगर अहम व्यक्ति को हो जाए मैंने यह कहा है मुझे बक्सर के प्रति बहुत मोह है बक्सर के प्रति मेरी पीरा है 10 साल मैंने उसको उस जंगल राजवाले से निकाला है और आज अगर वह सीट हम नहीं जीतते हैं तो निश्चित रूप से यह दुर्भागी पूर्ण होगा और इसलिए अब यह वहां के जो उम्मीदवार है उसको तय करना पड़ेगा

मैंने सार्जिनिक रूप से कहा है कि उसने जो छल कपट और जिस प्रकार से मेरा टीकट कटवाने को लेकर मेरा पुतला दहन करवाया गया एक साल से मुझे मालूम नही था मुझे लोग कहते थे यही करवा रहे हैं.  अब उसका वीडियो रिलीज हो गया तो मैंने कहा कि भाई वीडियो रिलीज हुआ बाद में तब मुझे जानने को मिला कि नहीं सच मुच में मेरे साथ यह गड़बड़ कर रहा है मेरे कंधे पर बैठ करके अगर कोई मेरे पीठ में खंजर भोके और माफ़ी भी ना मांगे सार्जनिक रूप से अगर वो आकर के मुझसे चार माह पहले कह देता तो मैं कहता कि जाओ लड़ो लेकिन यह खंजर भोकने वाले को मै केवल सुभकामना ही दे सकता हूं आसिर्वाद का आकांकशी वह हमारा तब तक नहीं हो सकता है जब तक वह सार्जनिक रूप से माफ़ी ना मांगे तो मै जनता में जाकरके मैं अपने आपको कलंकित महसूस नहीं करना चाहता हू

मुझे लग रहा की अगर 

मैं जाऊंगा और स्वभाग्य से जीत जाए तो अच्छी बात है अगर कहीं पराजीत हो गए तो वह कलंक मेरे माथे पर ना

 आए

 इसलिए मैंने अपने को चुनाव तक परहेज रखा है और मैंने सार्वजनिक रूप से खबर भेजा है कि अगर

 बुलाना चाहते हो दिल से तो बुलाते, मेरे फोटो गायब कर दिए गए खैर

 फोटो तो वहां लोगों के दिल में है बाद में फोटो लगाना शुरू किया ऐसे लोग है मे से है ये 

हालांकि यह बगावत तेवर मिथिलेश तिवारी को कितना नुकसान पहुंचती है या फायदेमंद रहती है अब यह देखने वाली बात है फिलहाल लोगों के द्वारा बाहरी भागो और क्षेत्रीय लाओ का नारा जोर शोर पर बक्सर में सुनने को मिल रहा है इस वीडियो के बाद मतदाताओं के बीच वोट को लेकर के चर्चा होनी शुरू हो गई है ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी और विपक्ष के महागठबंधन प्रत्याशी को फायदा पहुंच सकता है.

बक्सर से मिथिलेश तिवारी स्वभाग्य से जीत जाए तो अच्छी बात-अश्विनी चौबे

बक्सर से मिथिलेश तिवारी स्वभाग्य से जीत जाए तो अच्छी बात-अश्विनी चौबे

जब 400 पार करना है तो बक्सर भी पार करना चाहिए

BY ADMIN 

M V BIHAR NEWS/बक्सर/लोक सभा से लगातार दो बार सांसद रहे केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे जो इस बार हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतरने वाले थे. लेकिन इसके पहले ही उनका टिकट कट गया। वहीं उनके जगह पर भाजपा के द्वारा मिथिलेश तिवारी को अपना प्रत्याशी बना कर भेजा गया है। लेकिन जब से अश्वनी कुमार चौबे का बक्सर से टिकट कटा है उसके बाद से उनका अलग-अलग वीडियो सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है. बताते चलेंगे की फिलहाल उनके द्वारा एक चैनल को इंटरव्यू दी जा रही थी उसी बीच मीडिया कर्मी के द्वारा इनसे पूछा गया कि क्या बक्सर में जाकर के वोट मांगेंगे मिथिलेश तिवारी के लिए तो उन्होंने कहा कि देखो मैं अस्पष्ट रूप से बात करता हूं. मैं अस्पष्टवादी आदमी हूं. मेरा आशिर्बाद सबके साथ है और जब 400 पार करना है तो बक्सर भी पार करना चाहिए। लेकिन अगर अहम व्यक्ति को हो जाए मैंने यह कहा है मुझे बक्सर के प्रति बहुत मोह है बक्सर के प्रति मेरी पीरा है 10 साल मैंने उसको उस जंगल राजवाले से निकाला है और आज अगर वह सीट हम नहीं जीतते हैं तो निश्चित रूप से यह दुर्भागी पूर्ण होगा और इसलिए अब यह वहां के जो उम्मीदवार है उसको तय करना पड़ेगा

मैंने सार्जिनिक रूप से कहा है कि उसने जो छल कपट और जिस प्रकार से मेरा टीकट कटवाने को लेकर मेरा पुतला दहन करवाया गया एक साल से मुझे मालूम नही था मुझे लोग कहते थे यही करवा रहे हैं.  अब उसका वीडियो रिलीज हो गया तो मैंने कहा कि भाई वीडियो रिलीज हुआ बाद में तब मुझे जानने को मिला कि नहीं सच मुच में मेरे साथ यह गड़बड़ कर रहा है मेरे कंधे पर बैठ करके अगर कोई मेरे पीठ में खंजर भोके और माफ़ी भी ना मांगे सार्जनिक रूप से अगर वो आकर के मुझसे चार माह पहले कह देता तो मैं कहता कि जाओ लड़ो लेकिन यह खंजर भोकने वाले को मै केवल सुभकामना ही दे सकता हूं आसिर्वाद का आकांकशी वह हमारा तब तक नहीं हो सकता है जब तक वह सार्जनिक रूप से माफ़ी ना मांगे तो मै जनता में जाकरके मैं अपने आपको कलंकित महसूस नहीं करना चाहता हू

मुझे लग रहा की अगर 

मैं जाऊंगा और स्वभाग्य से जीत जाए तो अच्छी बात है अगर कहीं पराजीत हो गए तो वह कलंक मेरे माथे पर ना

 आए

 इसलिए मैंने अपने को चुनाव तक परहेज रखा है और मैंने सार्वजनिक रूप से खबर भेजा है कि अगर

 बुलाना चाहते हो दिल से तो बुलाते, मेरे फोटो गायब कर दिए गए खैर

 फोटो तो वहां लोगों के दिल में है बाद में फोटो लगाना शुरू किया ऐसे लोग है मे से है ये 

हालांकि यह बगावत तेवर मिथिलेश तिवारी को कितना नुकसान पहुंचती है या फायदेमंद रहती है अब यह देखने वाली बात है फिलहाल लोगों के द्वारा बाहरी भागो और क्षेत्रीय लाओ का नारा जोर शोर पर बक्सर में सुनने को मिल रहा है इस वीडियो के बाद मतदाताओं के बीच वोट को लेकर के चर्चा होनी शुरू हो गई है ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी और विपक्ष के महागठबंधन प्रत्याशी को फायदा पहुंच सकता है.