अतिक्रमण मुक्त होगा डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र का कौन सा बाजार,किसके ऊपर चलेगा प्रशासन का बुलडोजर
अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत होगी कार्रवाई चलेगा बुलडोजर
अब जाम की समस्या से लोगों को मिलेगा निजात जब चलेगा अनुमंडल पदाधिकारी का बुलडोजर
By admin
M v online bihar news/बक्सर/डुमराव/जाम जाम जाम यह शब्द जब भी लोग सुनते है तो डर जाते है। जी हा लेकिन आपको बता दे की बक्सर जिले में यह समस्याया जिले के लगभग सभी प्रखंडों में है । जिसको लेकर के अब जिलाप्रशासन करवाई करने के मूड में दिख रही है। और सभी बाजारों को अतिक्रमण मुक्त भी करने जा रही है। जिसके बाद जाम की समस्या से लोगो को मुक्ति मिलेगी । बाजारों में जाम लगने का सबसे बड़ा कारण फुटपाथी दुकानदारों तथा अवैध रूप से रोड के किनारे खड़े वाहनों के कारण जाम की चक्की में आम लोग पिस जाया करते हैं।
कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी
वही इसके बारे में जानकारी देते हुए डुमरांव एसडीएम कुमार पंकज ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश के बाद अनुमंडल के विभिन्न जगहों तथा बाजारों में लगने वाले जाम की समस्या से लोगो को निजात दिलाई जाएगी। खास करके सिमरी और नियाज़ीपुर बाजार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत रोड़ के किनारे सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर अपने व्यवसाय तथा दुकान को बढ़ाने वाले सभी लोगों के ऊपर कार्रवाई भी की जाएगी,और बाजार को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा। जिससे आए दिन होने वाली जाम की समस्या से राहगीरों को सुकून मिलेगा। बताते चलें कि भोजपुर चौक,सिमरी बाजार, नियाज़ीपुर बाजार, जैसे अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कई बाजारों को फुटपाथी दुकानदारों के द्वारा जाम की समस्या उत्पन्न की जाती है। जिसको लेकर के अब अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत बाजार को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।
नहीं हुआ था आदेशों का पालन
हालांकि कुछ दिन पहले जिला पदाधिकारी अमन समीर के द्वारा सिमरी प्रखंड क्षेत्र के नियाज़ीपुर बाजार तथा सिमरी बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया गया था लेकिन किन कारणों से यह बाजार अतिक्रमण मुक्त नहीं हुआ यह शोचने की बात है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि अब दुकान के आगे फुटपाथी दुकानदारों से दुकान लगवा कर पैसा वसूलने वाले दुकानदार तथा मकान मालिकों के ऊपर भी करवाई होगी। क्योंकि रोड के किनारे सरकारी जमीन पर जो भी लोग ठेली तथा सब्जी की दुकान लगाकर अपने परिवार को जीवित रखते हैं उन लोगों से मकान मालिकों तथा दुकानदारों के द्वारा पैसा वसूला जाता है। अब वैसे लोगों के ऊपर भी प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की जाएगी।