anish पूजा पंडालों में धूम्रपान करने व थूकने पर होंगे दंड के भागी - . "body"

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 पूजा पंडालों में धूम्रपान करने व थूकने पर होंगे दंड के भागी 


नवरात्र के दौरान पूजा पंडालों में धुम्रपान एवं यत्र तत्र थूकने पर प्रतिबंध 

कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र जारी कर दिए निर्देश 

राज्य की 26 प्रतिशत आबादी करती है तंबाकू का सेवन 

by admin

M v online Bihar news/बक्सर, 12 अक्टूबर | दुर्गा पूजा में पूजा पंडालों और इसके आसपास तंबाकू सेवन एवं इधर उधर थूकने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इन इलाकों में कहीं भी तंबाकू सेवन करते पकड़े गए लोगों पर कोटपा अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया जाएगा। जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इसकी तैयारी कर रहा है। विभाग की ओर से तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव को दर्शाते हुए जगह-जगह पर बैनर और पंपलेट लगाए जाएंगे। इस सम्बंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए मना किया गया है। सार्वजनिक पूजा स्थलों पर लोगों की भीड़ जुटेगी। इसको देखते हुए धूम्रपान व यंत्र तंत्र थूकने पर पूर्ण प्रतिबंध हो, ताकि स्वस्थ्य व संक्रमण मुक्त होकर पूजनोत्सव मनाया जा सके। विकसित देश की तुलना में विकासशील देशों में धूम्रपान करने वालो की संख्या बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं गेट्स 2 के आंकड़ों के अनुसार बिहार में करीब 25.9 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते है। इस स्थिति में विभागीय निर्देश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।


तम्बाकू सेवन मुख कैंसर का है प्रमुख कारण :

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सभी प्रकार के कैंसरों में तंबाकू के सेवन से जुड़े कैंसरों का हिस्सा 40 प्रतिशत है एवं 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होते हैं। तंबाकू सेवन पर रोक लगाने एवं साथ ही तंबाकू से होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में वृहद पैमाने पर जन-जागरूकता फैलाने की जरुरत है। तंबाकू का दुष्प्रभाव सबसे अधिक स्कूली बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है।

लोगों को जागरूक करना जरूरी:

सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ ने कहा, लोगों को तंबाकू मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिये तथा सभी स्वास्थ्य खतरों से बचाने के लिए तंबाकू चबाने या धुम्रपान के द्वारा होने वाले सभी परेशानियों और स्वास्थ्य जटिलताओं से लोगों को आसानी से जागरूक करने के लिए बैनर पोस्टर होर्डिंग आदि लगाया जा रहा है। तंबाकू के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। 


सार्वजनिक स्थानों पर थूकना स्वास्थ्य के लिए खतरा:

सार्वजनिक स्थानों पर थूकना स्वास्थ्य के लिए खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी तथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। भा.द.वि. (आईपीसी) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरूद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह का कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।

पूजा पंडालों में धूम्रपान करने व थूकने पर होंगे दंड के भागी

 पूजा पंडालों में धूम्रपान करने व थूकने पर होंगे दंड के भागी 


नवरात्र के दौरान पूजा पंडालों में धुम्रपान एवं यत्र तत्र थूकने पर प्रतिबंध 

कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र जारी कर दिए निर्देश 

राज्य की 26 प्रतिशत आबादी करती है तंबाकू का सेवन 

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M v online Bihar news/बक्सर, 12 अक्टूबर | दुर्गा पूजा में पूजा पंडालों और इसके आसपास तंबाकू सेवन एवं इधर उधर थूकने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इन इलाकों में कहीं भी तंबाकू सेवन करते पकड़े गए लोगों पर कोटपा अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया जाएगा। जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इसकी तैयारी कर रहा है। विभाग की ओर से तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव को दर्शाते हुए जगह-जगह पर बैनर और पंपलेट लगाए जाएंगे। इस सम्बंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए मना किया गया है। सार्वजनिक पूजा स्थलों पर लोगों की भीड़ जुटेगी। इसको देखते हुए धूम्रपान व यंत्र तंत्र थूकने पर पूर्ण प्रतिबंध हो, ताकि स्वस्थ्य व संक्रमण मुक्त होकर पूजनोत्सव मनाया जा सके। विकसित देश की तुलना में विकासशील देशों में धूम्रपान करने वालो की संख्या बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं गेट्स 2 के आंकड़ों के अनुसार बिहार में करीब 25.9 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते है। इस स्थिति में विभागीय निर्देश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।


तम्बाकू सेवन मुख कैंसर का है प्रमुख कारण :

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सभी प्रकार के कैंसरों में तंबाकू के सेवन से जुड़े कैंसरों का हिस्सा 40 प्रतिशत है एवं 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होते हैं। तंबाकू सेवन पर रोक लगाने एवं साथ ही तंबाकू से होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में वृहद पैमाने पर जन-जागरूकता फैलाने की जरुरत है। तंबाकू का दुष्प्रभाव सबसे अधिक स्कूली बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है।

लोगों को जागरूक करना जरूरी:

सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ ने कहा, लोगों को तंबाकू मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिये तथा सभी स्वास्थ्य खतरों से बचाने के लिए तंबाकू चबाने या धुम्रपान के द्वारा होने वाले सभी परेशानियों और स्वास्थ्य जटिलताओं से लोगों को आसानी से जागरूक करने के लिए बैनर पोस्टर होर्डिंग आदि लगाया जा रहा है। तंबाकू के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। 


सार्वजनिक स्थानों पर थूकना स्वास्थ्य के लिए खतरा:

सार्वजनिक स्थानों पर थूकना स्वास्थ्य के लिए खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी तथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। भा.द.वि. (आईपीसी) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरूद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह का कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।