anish नहीं रहे RJD के गदावर नेता रघुबंश प्रसाद सिंह दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस - . "body"

    hedar kana

      MVONLINEBIHARNEWS के GOOGLE पेज पर आप सभी का स्वागत है. विज्ञापन या खबर देने के लिए दिए गए नंबर पर संपर्क करे 7050488221 आप हमें YOUTUBE और FACEBOOK पर भी देख सकते हैं।

     




रघुबंश प्रसाद की फाइल फोटो 
नहीं रहे RJD के गदावर नेता रघुबंश प्रसाद सिंह दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस

by admin
m v online Bihar news पटना/ नहीं रहे राजद के बड़े और गदावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद का  आज यानि रविवार को निधन हो गया। आपको बता दे की वह फेफड़े में संक्रमण को लेकर दिल्ली एम्स में भर्ती थे लेकिन दिन प्रतिदिन हालत खराब होने के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह को वेंटिलेटर पर रखा गया था। जबकि तीन दिन पहले ही उन्होंने लालू यादव को पत्र लिखकर राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) से इस्‍तीफा दे दिया था। यह राजनीति की सबसे बड़ी क्षति है।   


रघुबंश प्रसाद की फाइल फोटो 
एम्स में दो दिन पहले उनकी हालत बिगड़ गई थी। संक्रमण बढ़ गया था और सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनका पटना के एम्स में इलाज किया गया था। कुछ ठीक होने के बाद उन्हें पोस्ट कोविड मर्ज के इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जाया गया था। अभी तीन दिन पहले ही उन्होंने राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था।

लालू यादव उन्हें संकटमोचक कहते थे रघुवंश : 
रघुवंश प्रसाद सिंह साल 1977 से लगातार सियासत में रहे। वे लालू प्रसाद यादव के करीबी व उनके संकटमोचक माने जाते रहे। पार्टी में उन्‍हें दूसरा लालू भी माना जाता था। वे लगातार चार बार वैशाली से सांसद रहे। यूपीए की सरकार में मंत्री भी रहे। विपक्ष में रहते हुए वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को घेरने में सबसे आगे रहे। वही आज उनकी निधन पर शोक में डूबा राजद परिवार

 

नहीं रहे RJD के गदावर नेता रघुबंश प्रसाद सिंह दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस




रघुबंश प्रसाद की फाइल फोटो 
नहीं रहे RJD के गदावर नेता रघुबंश प्रसाद सिंह दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस

by admin
m v online Bihar news पटना/ नहीं रहे राजद के बड़े और गदावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद का  आज यानि रविवार को निधन हो गया। आपको बता दे की वह फेफड़े में संक्रमण को लेकर दिल्ली एम्स में भर्ती थे लेकिन दिन प्रतिदिन हालत खराब होने के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह को वेंटिलेटर पर रखा गया था। जबकि तीन दिन पहले ही उन्होंने लालू यादव को पत्र लिखकर राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) से इस्‍तीफा दे दिया था। यह राजनीति की सबसे बड़ी क्षति है।   


रघुबंश प्रसाद की फाइल फोटो 
एम्स में दो दिन पहले उनकी हालत बिगड़ गई थी। संक्रमण बढ़ गया था और सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनका पटना के एम्स में इलाज किया गया था। कुछ ठीक होने के बाद उन्हें पोस्ट कोविड मर्ज के इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जाया गया था। अभी तीन दिन पहले ही उन्होंने राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था।

लालू यादव उन्हें संकटमोचक कहते थे रघुवंश : 
रघुवंश प्रसाद सिंह साल 1977 से लगातार सियासत में रहे। वे लालू प्रसाद यादव के करीबी व उनके संकटमोचक माने जाते रहे। पार्टी में उन्‍हें दूसरा लालू भी माना जाता था। वे लगातार चार बार वैशाली से सांसद रहे। यूपीए की सरकार में मंत्री भी रहे। विपक्ष में रहते हुए वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को घेरने में सबसे आगे रहे। वही आज उनकी निधन पर शोक में डूबा राजद परिवार