जहां वीर कुंवर सिंह के मूर्ति का हुआ था अनावरण,वहीं दूसरी तरफ असामाजिक तत्वों ने मूर्ति को किया खंडित
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M v online bihar news/buxar/बक्सर:-इटाढ़ी प्रखंड के निहालपुर गाँव में महानायक बाबू वीर कुँवर सिंह की खंडित मूर्ति पर श्री राष्ट्र राजपूत करणी सेना द्वारा भारी आक्रोश व्यक्त किया गया। बता दें कि करणी सेना की टीम ने घटनास्थल पर पहुँच कर टूटी मूर्ति का जायजा लिया ओर अपने प्रदेश अध्य्क्ष रिन्कू सिंह को सूचित किया। बतादें की श्री राष्ट्र राजपूत करणी सेना के पदाधिकारी राणा राहुल सिंह ने हमें बताया कि यह कार्य जिनके द्वारा किया गया है वो लोग समाज में रहने लायक नहीं हैं और पकड़े जाने पर कार्यवाई किया जाएगा। वहीं राणा तिलक सिंह ने बात चित के क्रम में हमें बताया कि बाबू वीर कुँवर सिंह ने पूरे देश के लिए लड़ाई लड़ी थी और उनके मूर्ति के साथ ऐसा दुर्व्यवहार बर्दाश के बाहर है। मूर्ति निर्माण जल्द होगा। मौक़े पर राणा राहुल सिंह, राणा तिलक प्रताप सिंह, आशुतोष सिंह, राणा रजनीश सिंह, नीलेश सिंह, गोलू सिंह बबुआन, प्राचार्य रणजीत सिंह मौजूद रहे।
बतादें पिछले दिनों भोजपुर के जगदीशपुर में महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव मनाया गया। इस दौरान 78 हज़ार 700 भारतीय ध्वज फहरा कर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया गया। विजयोत्सव में स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे समेत तमाम छोटे-बड़े भाजपा नेताओं ने लोगों को इस महोत्सव में जुटे थे।
लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि इटाढ़ी प्रखंड के निहालपुर मध्य विद्यालय में स्थापित वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा एक वर्ष से टूटी अवस्था में बिखरी पड़ी है। प्रतिमा का अनावरण 2014 में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किया था। लेकिन कुछ सालों बाद उस मूर्ति को तोड़ दिया गया। जो आज भी उसी अवस्था में आज भी पड़ी हुई है। हालांकि अधिकारियों ने आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही इस दुर्दशा के कारणों का पता लगाकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने किया था मूर्ति अनावरण वर्ष 2014 में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बीर बांकुड़ा बाबू कुँअर सिंह की मूर्ति अनावरण किया था। कार्यक्रम में तमाम राजनीतिक दिग्गज मौजूद थे। प्रतिमा स्थापना के कुछ ही वर्ष बाद असामाजिक तत्वों के द्वारा तोड़ दिया गया।
स्थानीय लोगों ने स्थानीय सांसद और विधायक को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार बताया है। साथ ही इसे शर्मनाक और डूब मरने जैसी स्थिति करार दिया है। वही, क्षत्रिय समाज के लोगों का ये कहना है कि भाजपा महापुरुषों के सम्मान के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है। निश्चित रूप से महापुरुषों की ख्याति को राजनीतिक रूप से भुलाने की कोशिश हो रही है। जिसके लिए विजयोत्सव के दौरान करोड़ों रुपए का खर्च किया गया लेकिन सही मायने में देखा जाए तो जिन महापुरुषों के नाम पर भाजपा के लोग राजनीति कर रहे हैं। उन महापुरुषों में न तो उनकी कोई आस्था है और ना ही वह दूसरों में उनके प्रति आस्था पैदा कर पा रहे हैं।
जानकारी लेकर करेंगे उचित करवाई
अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि जैसे ही उन्हें प्रतिमा के विखंडित होने की जानकारी पत्रकारों के द्वारा दी गई उन्होंने तुरंत ही मौके पर अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष को स्थिति का अवलोकन करने के साथ ही जानकारी लेने के लिए भेजा है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं अपने स्तर से ही मामले की जानकारी ले रहे हैं। प्राप्त जानकारी के आलोक में आगे की कार्रवाई की जाएगी।