20 को हुआ कलशयात्रा, राज्य के बाहर से आए हुए श्रद्धालुओं ने लगाई हाजिरी.
M v online bihar news/buxar/जिले के चौसा मुख्य मार्ग के कुछ ही दूरी पर स्थित गंगाधाम जीयरमठ शंभूभवन कम्हरीया मे महान संत गंगापुत्र श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के छत्रछाया में विशाल श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है। जिसकी कलश यात्रा कल यानी 20 फरवरी 2021 को हुई।
और यज्ञ की पूर्णाहुति 25 फरवरी 2021 को है। बताते चलें कि यह आश्रम प्रकृति के साथ साथ मां गंगा के गोद में बसा हुआ है। इस यज्ञ में क्षेत्र से ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों तथा दूसरे जिलों से भी भक्त आ करके हाजिरी लगा रहे हैं। श्री स्वामी जी ने बताया कि आदिकालो से ऋषि महर्षियों के द्वारा यज्ञ होते हुए आ रहा है। लेकिन आजकल इस मोक्षदायिनी यज्ञ को कराने में लोग पीछे हो रहे हैं। इस यज्ञ को कराने का मुख्य उद्देश्य यह है,की हम अपनी सभ्यता और संस्कृति को ना भूले तथा समाज को हर दुख बाधा एवं कष्ट से छुटकारा मिले।
वही यज्ञ में आए हुए श्रद्धालुओं ने कहा कि ऐसा लगता है,कि हम भगवान नारायण की चरणों में बैठे हुए हैं। हालांकि श्री स्वामी जी के द्वारा बक्सर ही नहीं देश के अलग-अलग राज्यों तथा जिलों में यज्ञ कराई गई है। सरकार के द्वारा दिए गए गाइडलाइन का पूर्ण रुप से पालन करते हुए इस जग की शुरुआत की गई है तथा यज्ञ में आए हुए श्रद्धालुओं से नम्र निवेदन भी किया जा रहा है कि आप दिए गए नियमों का पालन करें तथा चेहरे पर मास्क अवश्य लगाएं। बताते चलें कि इस यज्ञ में श्रद्धालुओं को भागवत जैसी मोक्षदायिनी ज्ञान का भी स्मरण कराया जा रहा है। जिसका समय संध्या 5:00 बजे रखा गया है।
और यज्ञ की पूर्णाहुति 25 फरवरी 2021 को है। बताते चलें कि यह आश्रम प्रकृति के साथ साथ मां गंगा के गोद में बसा हुआ है। इस यज्ञ में क्षेत्र से ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों तथा दूसरे जिलों से भी भक्त आ करके हाजिरी लगा रहे हैं। श्री स्वामी जी ने बताया कि आदिकालो से ऋषि महर्षियों के द्वारा यज्ञ होते हुए आ रहा है। लेकिन आजकल इस मोक्षदायिनी यज्ञ को कराने में लोग पीछे हो रहे हैं। इस यज्ञ को कराने का मुख्य उद्देश्य यह है,की हम अपनी सभ्यता और संस्कृति को ना भूले तथा समाज को हर दुख बाधा एवं कष्ट से छुटकारा मिले।
वही यज्ञ में आए हुए श्रद्धालुओं ने कहा कि ऐसा लगता है,कि हम भगवान नारायण की चरणों में बैठे हुए हैं। हालांकि श्री स्वामी जी के द्वारा बक्सर ही नहीं देश के अलग-अलग राज्यों तथा जिलों में यज्ञ कराई गई है। सरकार के द्वारा दिए गए गाइडलाइन का पूर्ण रुप से पालन करते हुए इस जग की शुरुआत की गई है तथा यज्ञ में आए हुए श्रद्धालुओं से नम्र निवेदन भी किया जा रहा है कि आप दिए गए नियमों का पालन करें तथा चेहरे पर मास्क अवश्य लगाएं। बताते चलें कि इस यज्ञ में श्रद्धालुओं को भागवत जैसी मोक्षदायिनी ज्ञान का भी स्मरण कराया जा रहा है। जिसका समय संध्या 5:00 बजे रखा गया है।