anish अतिक्रमण का शिकार हो गया नियाज़ीपुर बाजार,जाम की चक्की में पिसना बन चुकी है आम बात। - . "body"

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अतिक्रमण का शिकार हो गया नियाज़ीपुर बाजार,जाम की चक्की में पिसना बन चुकी है आम बात।


.कब तक सहते रहेंगे जाम की समस्या कभी तो दिलाइए छुटकारा

By admin

M v online bihar news/बक्सर/ जिले के सिमरी प्रखंड के नियाज़ीपुर बाजार जो अतिक्रमण का शिकार हो गया है जिसके कारण आय दिन जाम की समस्या बन जाती है। और उस जाम की चक्की में आम जनता का पीसना आम बात बन चुका है, लेकिन इसकी परवाह किसी भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी को नहीं है। और नहीं इसको लेकर के प्रशासन के द्वारा कोई पहल भी की जा रही है।


बताते चलें कि फुटपाथी दुकानदारों और अनावश्यक रूप से गाड़ी खड़े करने के कारण यहां जाम अपना भयानक रूप ले लेता है । कभी-कभी यह हालात बनता है कि जाम के कारण दो गाड़ियां आपस में टकरा जाती है जिसके चलते किसी ना किसी एक गाड़ी का नुकसान हो जाता है। यह बाजार से 7 गांव का जुड़ाव है जाहा के लोग इस बाजार में अपनी दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं की खरीदारी के लिए आया करते हैं।


जाम की चक्की में पिसना बन चुका आम बात

वहीं लोगों ने सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस बाजार में जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी अपनी गाड़ी में बैठ इसी रास्ते से होकर गुजर जाते हैं लेकिन उनकी नजर इस बाजार पर नहीं पड़ती है। कब तक हम सभी इस जाम के चक्की में पिसते रहेंगे। दरअसल, नियाजीपुर बाजार में  भोजपुर के लिए अप और डाउन की बसों का पड़ाव बीच सड़क पर होता है।


बसों की स्थिति यह है कि पहली तभी खुलती है जब दूसरी बस पीछे आ कर खड़ी हो जाती है। टेम्पो वालों की भी स्थिति यही है। पिछले दो वर्ष पूर्व प्रशासन द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान वाहन मालिकों को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया था.कि बाजार में सड़क किनारे छोटे बड़े वाहनों का ठहराव करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इसका असर उनके ऊपर तनिक भी नहीं हुआ। आज भी वाहनों का ठहराव बीच बाजार में सड़क पर ही हो रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने तत्काल इस दिशा में सार्थक पहल करने की मांग जिला पदाधिकारी से की है। ताकि आम जनता को दिन में कई बार बाजार में लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सके।



अतिक्रमण का शिकार हो गया नियाज़ीपुर बाजार,जाम की चक्की में पिसना बन चुकी है आम बात।

अतिक्रमण का शिकार हो गया नियाज़ीपुर बाजार,जाम की चक्की में पिसना बन चुकी है आम बात।


.कब तक सहते रहेंगे जाम की समस्या कभी तो दिलाइए छुटकारा

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M v online bihar news/बक्सर/ जिले के सिमरी प्रखंड के नियाज़ीपुर बाजार जो अतिक्रमण का शिकार हो गया है जिसके कारण आय दिन जाम की समस्या बन जाती है। और उस जाम की चक्की में आम जनता का पीसना आम बात बन चुका है, लेकिन इसकी परवाह किसी भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी को नहीं है। और नहीं इसको लेकर के प्रशासन के द्वारा कोई पहल भी की जा रही है।


बताते चलें कि फुटपाथी दुकानदारों और अनावश्यक रूप से गाड़ी खड़े करने के कारण यहां जाम अपना भयानक रूप ले लेता है । कभी-कभी यह हालात बनता है कि जाम के कारण दो गाड़ियां आपस में टकरा जाती है जिसके चलते किसी ना किसी एक गाड़ी का नुकसान हो जाता है। यह बाजार से 7 गांव का जुड़ाव है जाहा के लोग इस बाजार में अपनी दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं की खरीदारी के लिए आया करते हैं।


जाम की चक्की में पिसना बन चुका आम बात

वहीं लोगों ने सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस बाजार में जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी अपनी गाड़ी में बैठ इसी रास्ते से होकर गुजर जाते हैं लेकिन उनकी नजर इस बाजार पर नहीं पड़ती है। कब तक हम सभी इस जाम के चक्की में पिसते रहेंगे। दरअसल, नियाजीपुर बाजार में  भोजपुर के लिए अप और डाउन की बसों का पड़ाव बीच सड़क पर होता है।


बसों की स्थिति यह है कि पहली तभी खुलती है जब दूसरी बस पीछे आ कर खड़ी हो जाती है। टेम्पो वालों की भी स्थिति यही है। पिछले दो वर्ष पूर्व प्रशासन द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान वाहन मालिकों को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया था.कि बाजार में सड़क किनारे छोटे बड़े वाहनों का ठहराव करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इसका असर उनके ऊपर तनिक भी नहीं हुआ। आज भी वाहनों का ठहराव बीच बाजार में सड़क पर ही हो रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने तत्काल इस दिशा में सार्थक पहल करने की मांग जिला पदाधिकारी से की है। ताकि आम जनता को दिन में कई बार बाजार में लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सके।