anish बड़ी मशक्कत के बाद इंजीनियरो को मिली सफलता,चिनूक ने भरी उड़ान - . "body"

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बड़ी मशक्कत के बाद इंजीनियरो को मिली सफलता,चिनूक ने भरी उड़ान


By admin

M v online Bihar news/buxar/भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर चिनुक आज चौथे दिन काफी मेहनत के बाद टेकअप हुआ। ऐसे में  वायु सेना के अधिकारियो के साथ ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।  बुधवार के देर शाम प्रयाग राज से बिहटा जाने के दौरान हेलीकॉप्टर के डायने से चिंगारी निकलने के बाद बक्सर जिला के राजपुर प्रखण्ड के मानिकपुर हाई स्कूल में  आपातकालीन लैंडिंग कराई गई थी ऐसे में मिट्टी में हेलीकॉप्टर के चक्का धंस जाने के कारण 4 दिनों से निकालने के लिए किया जा रहा था लेकिन ग्रमीणों और इंजीनियरो के अथक प्रयास के बाद आखिर कर चिनूक की सफल उड़न में सफलता मिली ही जिसके बाद ग्रामीणों ने पूरे जोश के साथ खुशियाँ मनाई और भारत माता के जय के नारे भी लगाए..

विडियो चिनूक के उड़ते समय का

वायु सेना के बेड़े में शामिल तकरीबन 14 टन के बलशाली मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने आखिरकार बक्सर की धरती से उड़ान भर दी और अपने मंजिल की ओर रवाना हो गया. यह हेलीकॉप्टर बुधवार को शाम तकरीबन 5:30 बजे आपातकालीन परिस्थितियों में धनसोई थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव के उच्च विद्यालय के प्रांगण में उतारा गया था, जिसके बाद से पूरे देश की निगाहें जिले के मानिकपुर पर टिकी हुई थी. इस हेलीकॉप्टर को निकालने के लिए पिछले 3 दिनों से ज्यादा समय से लगातार अथक प्रयास किए गए लेकिन, सफलता शनिवार की सुबह 11:22 पर मिली


बता दें कि यह हेलीकॉप्टर ऊंचे और दुर्गम इलाके में भारी भरकम साजो-सामान ले जाने के लिए सबसे ज्यादा सक्षम माना जाता है. वर्ष 2015 में भारत ने अमेरिका से 2.5 अरब डॉलर में 22 अपाचे एवं 15 चिनूक हेलीकॉप्टर की खरीदा था. पुलवामा हमले के बाद मार्च 2019 में सबसे पहले 4 चिनूक हेलीकॉप्टर को भरतीय वायु सेना में शामिल किया गया था.

बड़ी मशक्कत के बाद इंजीनियरो को मिली सफलता,चिनूक ने भरी उड़ान

बड़ी मशक्कत के बाद इंजीनियरो को मिली सफलता,चिनूक ने भरी उड़ान


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M v online Bihar news/buxar/भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर चिनुक आज चौथे दिन काफी मेहनत के बाद टेकअप हुआ। ऐसे में  वायु सेना के अधिकारियो के साथ ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।  बुधवार के देर शाम प्रयाग राज से बिहटा जाने के दौरान हेलीकॉप्टर के डायने से चिंगारी निकलने के बाद बक्सर जिला के राजपुर प्रखण्ड के मानिकपुर हाई स्कूल में  आपातकालीन लैंडिंग कराई गई थी ऐसे में मिट्टी में हेलीकॉप्टर के चक्का धंस जाने के कारण 4 दिनों से निकालने के लिए किया जा रहा था लेकिन ग्रमीणों और इंजीनियरो के अथक प्रयास के बाद आखिर कर चिनूक की सफल उड़न में सफलता मिली ही जिसके बाद ग्रामीणों ने पूरे जोश के साथ खुशियाँ मनाई और भारत माता के जय के नारे भी लगाए..

विडियो चिनूक के उड़ते समय का

वायु सेना के बेड़े में शामिल तकरीबन 14 टन के बलशाली मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने आखिरकार बक्सर की धरती से उड़ान भर दी और अपने मंजिल की ओर रवाना हो गया. यह हेलीकॉप्टर बुधवार को शाम तकरीबन 5:30 बजे आपातकालीन परिस्थितियों में धनसोई थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव के उच्च विद्यालय के प्रांगण में उतारा गया था, जिसके बाद से पूरे देश की निगाहें जिले के मानिकपुर पर टिकी हुई थी. इस हेलीकॉप्टर को निकालने के लिए पिछले 3 दिनों से ज्यादा समय से लगातार अथक प्रयास किए गए लेकिन, सफलता शनिवार की सुबह 11:22 पर मिली


बता दें कि यह हेलीकॉप्टर ऊंचे और दुर्गम इलाके में भारी भरकम साजो-सामान ले जाने के लिए सबसे ज्यादा सक्षम माना जाता है. वर्ष 2015 में भारत ने अमेरिका से 2.5 अरब डॉलर में 22 अपाचे एवं 15 चिनूक हेलीकॉप्टर की खरीदा था. पुलवामा हमले के बाद मार्च 2019 में सबसे पहले 4 चिनूक हेलीकॉप्टर को भरतीय वायु सेना में शामिल किया गया था.