जिला प्रशासन को ठेंगा दिखा,परिवहन विभाग के नियमों का बखूबी धज्जियां उड़ा रहे हैं,ऑटो चालक
By admin
m v online bihar news/बक्सर/अक्सर आप सुने होंगे की रोड पर दो गाड़ियों के आमने सामने आने से गाड़ी में सवार लोगों की मौत हो जाती है। लेकिन आज एक तस्वीर के जरिए ऐसी खबर से आपको मैं रूबरू करवा रहा हूं । जिसको पढ़कर या उस तस्वीर को देख कर के आप चौंक जाएंगे। और कुछ देर के लिए आप सोच बैठेंगे की कहा है, परिवहन विभाग का कानून और नियमावली क्या इनकी नियमावली केवल चार पहिया वाहन तथा बाइक सवार एवं ट्रक चालकों पर ही लागू होती है। कि आप सीट बेल्ट नहीं लगा है, आपके पास हेलमेट नहीं है, ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है, आपका लाइट कम जलता है, आप की गाड़ी ओवरलोड है, लेकिन क्या उन ऑटो चालकों के ऊपर जो तीन पहिया वाहन लेकर के रोड पर सरपट दौड़ा करते हैं, क्या उनके लिए,कुछ नियमावली नहीं है, जो बड़ी घटनाओं को निमंत्रण देते हैं।
जरा सोचिए
पहले आप इस तस्वीर को देखिए जिस तस्वीर में एक ऑटो चालक के द्वारा पुराना भोजपुर चौक से कुछ लोगों को बैठाया जाता है। लेकिन ऑटो में जगह नहीं रहने के कारण दो युवक परेशान हो जाते हैं और वह दूसरी ऑटो की तरफ जाने लगते हैं तभी ड्राइवर के द्वारा आवाज लगाई जाती है, अरे भाई आव ना जगह हम नू देब तभी वह दोनों युवक उस ऑटो चालक की तरफ चले आते हैं। और ऑटो चालक एक युवक को ऑटो के गेट पर खड़ा कर देता है और दूसरे युवक को ऑटो के पीछे रखे बैंग के ऊपर बैठा देता है। और चल पड़ता हैं, कुछ दुर जाने के बाद पिछे बैठा युवक अपना फोन निकाल कर सेल्फी फोटो लेना शुरू कर देता है। अगर इसी बीच कोई अनहोनी हो जाती तो उसकी जिम्मेवारी किसकी होती।
किसकी है गलती
हालांकि बड़ा सवाल यह हो रहा है कि गलती किसकी कहीं जाए परिवहन विभाग के अधिकारियों की या ट्रैफिक पुलिस पदाधिकारी की या उस ड्राइवर की जिसने इन दोनों युवकों को बैठाया या इन दोनों युवकों की जो जगह नहीं रहने के बाद भी ड्राइवर के कहने पर ऑटो पर सवार होकर चल पड़े। बताते चलें कि जिस ऑटो पर यह दोनों युवक सवार हुए थे उस ऑटो का नंबर BR 03PA 7269 है। अगर इस तरह से ऑटो चालकों का रवैया रहा तो तो किसी ना किसी दिन बड़ी घटना हो सकती है।
अगर जिस जगह से ऑटो चालकों के द्वारा लोगों को बैठाया जाता है, उस जगह प्रशासन रहती तो शायद यह तस्वीर हमारी कैमरे में कैद नहीं होती। जब हमने उस ऑटो चालक को रोक करके पूछा तो गर्मजोशी के साथ उसने कहा कि यह मेरी ऑटो है, हम इसमें जितने लोगों को बैठा सकते है, उतने को बैठाएंगे हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता है। वही पीछे बैठे युवक से जब हम इसके बारे में बात किया तो उनका कहना था कि जल्दी घर जाना था इसलिए हम बैठ गए।